यूँ ही मस्त रहेँ हम, यूँ ही मुस्कुराते रहेँ हम..!पल
मेँ मिलती है खुशीयाँ, पल मेँ मिलते हैँ गम..! जिवन
की यही सच्चाई है..! इसे झुटला नहीँ सकते हम..!
इसीलिए जब तक है हममेँ दम..! तब तक
काँटो को भी लांध बढ़ते रहे हमारे कदम..!
खाली हाथ ही तो आये थे, साथ फिर क्या ले
जायेँगे..!गर नेकी की हो जिवन मेँ हमने,
तो दुनियाँ को मर कर भी हम याद आयेँगे..!ये
मानव तन मिला है बड़े ही जतन से, नेकी करते
करते गुजरे हम इस अमनो-ए-चमन से..!! यूँ ही मस्त रहेँ हम, यूँ ही मुस्कुराते रहेँ हम..!पल मेँ मिलती है खुशीयाँ, पल मेँ मिलते हैँ गम..!
---------->> मनीष कुमार गौतम "मनु"
हमारा यह ब्लॉग सन 2014 से सक्रिय है। इस ब्लॉग का पता www.indiasebharat.blogspot.com तब तक सक्रिय रहेगा जब तक भारत का अंग्रेजी अनुवाद India से Bharat नहीं हो जाता। जिस दिन यह कार्य सफल हो जायेगा उसी दिन से यह ब्लॉग या तो निष्क्रिय कर दिया जायेगा या फिर इसे बन्द करके इसके लेख Www.BharatHaiBharat.blogspot.com पर प्रकाशित कर दिया जायेगा। ब्लॉग पढ़ने वालों से निवेदन है कि यदि आप इस विषय में हमें कोई विचार देना चाहते हैं तो Sambhawprayas@gmail.com इस पते पर मेल भेजें ! #वन्दे_मातरम् !
रविवार, 22 जून 2014
यूँ ही मस्त रहें हम
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें