उठो हे वसुधा के रखवालों,
जगो हिन्द के रहने वालों,
चलो यहाँ फिर दीप जला दो,
सब कलुशों को अभी मिटा दो।
आपस में तुम ना टकराओ,
कटुताओं को अभी भगाओ,
भारत विश्व-विजय लहराओ,
हिन्द विश्व का हृदय बताओ।
काम-क्रोध निरलिप्त बना दो,
सदाचार की लिपि लहरा दो,
वेस्ट-सभ्यता को ठुकरा दो,
सब कलुशों को अभी मिटा दो।
नेताओं को मात दिला दो,
ग्राम-ग्राम में फूल खिला दो,
असहाय यहाँ पर नहीं है कोई,
वोट-बैंक को तुम सिखला दो।
~~~~~~~~~ अंगिरा प्रसाद मौर्या
वन्दे-मातरम्
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