बहुत लुटा है यूपी अबतक,
बनने की अब बारी है !
गांव-गांव में कमल खिलेगा,
#केशव की तैयारी है !
#अंगिरा_प्रसाद_मौर्य
#बीजेपी
हमारा यह ब्लॉग सन 2014 से सक्रिय है। इस ब्लॉग का पता www.indiasebharat.blogspot.com तब तक सक्रिय रहेगा जब तक भारत का अंग्रेजी अनुवाद India से Bharat नहीं हो जाता। जिस दिन यह कार्य सफल हो जायेगा उसी दिन से यह ब्लॉग या तो निष्क्रिय कर दिया जायेगा या फिर इसे बन्द करके इसके लेख Www.BharatHaiBharat.blogspot.com पर प्रकाशित कर दिया जायेगा। ब्लॉग पढ़ने वालों से निवेदन है कि यदि आप इस विषय में हमें कोई विचार देना चाहते हैं तो Sambhawprayas@gmail.com इस पते पर मेल भेजें ! #वन्दे_मातरम् !
बहुत लुटा है यूपी अबतक,
बनने की अब बारी है !
गांव-गांव में कमल खिलेगा,
#केशव की तैयारी है !
#अंगिरा_प्रसाद_मौर्य
#बीजेपी
बीजेपी की क्या तैयारी ?
देशहित है हमको प्यारी !
गांव-गांव में कमल खिलेगा !
यूपी को अब अमन मिलेगा !
#अंगिरा_प्रसाद_मौर्य
#बीजेपी
#उत्तरप्रदेश_चुनाव,
पूरे उत्तर प्रदेश में तीन पार्टियों #बीजेपी, #सपा और #बसपा के अतिरिक्त और कोई भी विजय नहीं प्राप्त कर सकता !
ऐसे में सभी लोगों से हमारा यही #निवेदन है कि आप अन्य सभी पार्टियों को छोड़ इन्ही तीनो पार्टियों पर ध्यान दीजिए।
हमने बसपा का शासन देखा इस शासन व्यवस्था में केवल #जातीय समीकरण ही चलते हैं। इसमें #गुंडाराज नहीं है। ये पैसों का #अपव्यय करने वाली पार्टी है। ये परिवारवादी नहीं #जातिवादी पार्टी है।
हम सपा का शासन देख ही रहे हैं। इसमें जातीय समीकरण चल रहा है, इसमें गुंडाराज है, ये पार्टी #सैफई #अपव्यय के नाम से प्रसिद्द है, यह पार्टी #परिवारवादी पार्टी है।
अब हमें भाजपा को देखना है, किसी समय में यह पार्टी #ब्राह्मणवादी हुआ करती थी! किन्तु अब इस पार्टी की #सूरत बदल गई है। अब इस पार्टी के #नायक #महानायक आदि लोगों में ब्राह्मणों की कमी आई है। यह पार्टी #राष्ट्रवादिता के नाम से #सुप्रसिद्ध है। इसमें जातीय समीकरण नहीं चलते हैं। यह एक #मानवतावादी पार्टी है।
#विशेष #टिप्पणी : यदि आप बसपा और सपा सरकार नहीं चाहते हैं तो आप छिटफुट पार्टियों से चिपकने के बजाय आप #भाजपा से ही चिपकिये। अन्यथा वही होगा जो आप नहीं चाहते हैं, अर्थात् एक बार पुनः आप "मुलायम सरकार को झेलने पर #विवश हो जायेंगे।
#गाँऊटी कहावतें : १. जब धन देखै जात, तब आधा लईले बाँट।
२. न नौ नकद न तरेह उधार।
-------- अंगिरा प्रसाद मौर्य।
दिनाँक : ०२/०८/२०१६ #मौर्य
#दलितों #पिछड़ों को किसी और कौम में जाने की कोई आवश्यकता नहीं है।
किसी भी #ग्रन्थ में नहीं लिखा है कि #दलित मन्दिर में नहीं जा सकता !
#ईश्वर केवल मन्दिर में ही नहीं हर कण में है, आपके मन में भी है।
यदि #ब्राह्मणवाद दलितों को कहीं जाने से रोकता है तो ये उसकी गलती है, वह #ढोंग कर रहा है।
#धर्म कोई #व्यापार #व्यवसाय नहीं है कि इसका कोई ठेकेदार होगा! यह तो जीवन जीने का एक #सुगम मार्ग है।
आप अपने घर में मंदिर बनाइए, आप #ब्राह्मणों का निर्देश न मानिए, आप ग्रन्थों, गीता आदि से शिक्षा लीजिए, उसमें कोई #भेदभाव नहीं है।
ये जो कुछ #लोग आगे आकर के कहते हैं कि यदि उन्हें #मन्दिर में प्रवेश नहीं मिला तो वे मुसलमान बन जायेंगे, वे ईसाई बन जायेंगे। ये वही लोग हैं जिनकी #चाटुकारिता की दुकानें 2014 #लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद से ही बन्द पड़ी हैं।
आप इनके बहकावे में न आएं !
धर्म को #जेल अथवा #कारागार न समझें !
धर्म जीवन को सुगम बनाने का उपयुक्त निर्देशक है।
धर्म एकता की कुँजी है।
धर्म ही #मानवता की परिभाषा है।
--------- अंगिरा प्रसास मौर्य #मौर्य
#दिनाँक : ०२/०८/२०१६
बीजेपी का सुन्दर नारा,
हिन्दुस्तान हमें है प्यारा,
यूपी में बीजेपी लाएँ,
भारी मत हमको पहुंचाएं,
२४घण्टे बिजली होगी,
सड़कें और भी सुधरी होंगी,
यूपी भी उद्योगजगत में,
अपना परचम लहरायेगा,
गांव-गांव का हर युवा जब,
रोजगार पर लग जायेगा,
भारत विश्व-विजय रथ को,
यूपी ही अब पार करेगा,
बीजेपी का शासन होगा,
मानवता की बात करेगा,
दिनाँक :०१/०८/२०१६
बीजेपी समर्थक : अंगिरा प्रसाद मौर्य
युवा उसे नहीं कहते जो किसी प्रचारित विचारधारा के पीछे भागने पर विवश रहे !
युवा उसे कहते हैं जिसके पास अपने विचार हों समाज के प्रति !
युवा उसे कहते हैं जो क्रांतिकारी विचारधारा रखता हो अपने देश के प्रति !
युवा उसे कहते हैं जो अनैतिकता के विरुद्ध दृढ़ता से खड़े होने का साहस रखे !
उत्तर प्रदेश को अन्स्वर स्टेट नहीं कहा जाता है
मध्य प्रदेश को सेंटर स्टेट नहीं कहा जाता है
हिन्दुस्तान को हिन्दू नेशन नहीं कहा जाता है
फिर
भारत को इण्डिया क्यों कहा जाता है ?
हमारा ये प्रश्न किसी एक से नहीं सभी से है !
हमारा लक्ष्य भविष्य होना चाहिए न कि क्रिकेट मैच !
हमारे भारत में जितनी बड़ी समस्या बेरोजगारी और प्राकृतिक आपदा से जूझना तथा निर्धनता है उसके सामने ग्यारह लोगों द्वारा खेले जाने वाले क्रिकेट की हार जीत कुछ भी नहीं है ।
पूरे राष्ट्र को ये सोचना पड़ेगा कि ये बेरोजगारी और दरिद्रता कैसे दूर होगी ! मात्र नेताओं के सोचने से कुछ नहीं होने वाला है।
कोई भी ये न सोचे कि आज उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी है तो यथावत बनी रहेगी! यह मात्र एक भ्रम हो सकता है किन्तु इसमें सत्यता १% भी नहीं !
यदि हमारा समाज परिपक्व होगा धनवान होगा तो कल को हमारी लाठी अथवा हमारा सहारा बन सकता है किन्तु यदि समाज ही दरिद्र रहेगा तो एक दिन सब लोगों को ये दरिद्रता का रोग संक्रमित कर देगा !
#वन्दे_मातरम् !
हमारा देश भारत आज उस चौराहे पर खड़ा है जहाँ पर नेतागणों को ये नहीं समझ आ रहा है कि इसको किस ओर ले जाना है,
पहला रास्ता : घोटालेबाजी, जातिवादिता, धर्मनिरपेक्षता एवं उतार चढ़ाव वाला है जिससे होते हुए हम चौराहे पर पहुँचे हैं।
दूसरा रास्ता : ठीक उसके सामने वाला हैं जिसमें उतार चढ़ाव तो हैं किन्तु यहाँ प्रसासन के नियमों का उलंघन नहीं है और देशविरोधी विचारों का स्थान भी नहीं है।
यहाँ विभिन्न प्रकार के कथित धर्म नहीं हैं। यहाँ राष्ट्रधर्म ही सर्वोपरि है
यह रास्ता वही नाप सकता है जो आत्मविश्वासी एवं दृढ विचारों वाला हो।
इस रास्ते पर चलने वाले की विशेषता ये है कि वो अपने सगे-सम्बन्धियों के चलते भ्रष्टनीतियों एवं दुराचार से समझौता नहीं करता हो।
इस रास्ते पर आप जितने आगे चलते जाओ उतनी ही सकारात्मकता प्रतीत होने लगती है।
तीसरा रास्ता : ये वो रास्ता है जो बायीं ओर मुड़ा हुआ है। इसमें उतार चढ़ाव और भी अधिक है।
यहाँ पर व्यभिचारी और दुराचारी व्यक्ति सर्वश्रेष्ठ है।
इस मार्ग पर जितने आगे बढ़ते जाओ घोटालेबाज और भ्रष्टाचारी आपके सगे-सम्बन्धियों में ही मिलते जायेंगे। इसी मार्ग में वोट बैंक तथा आपसी मतभेद के चलते गृहयुध्द एवं कलह का जन्म हो जाता है, या यूँ कहें घोर कलियुग को यही रास्ता जाता है।
संसार के अधिकांश देश इसपर आगे बढ़ चुके हैं।
भारत की की दृष्टि भी इसी ओर घूम चुकी है किन्तु अभी एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा है।
चौथा रास्ता : ये ठीक दाहिने ओर है। इस पर जितने आगे चलते जाओगे देश के राज-देश के उतने टुकड़े होते जायेंगे ।
और आगे चलकर तानासाही का युग आएगा, भिन्न-भिन्न कथित समुदाय के लोगों की भिन्न-भिन्न राजधानियाँ होंगी। एक दिन एक-दूसरे से सब भिड़े हुए होंगे और जब घोर कलियुग के रास्ते पर चलकर कुछ लोग ऊब चुके होंगे तो पीछे से आएंगे कटुताएं और बढ़ाएंगे तथा एक दूसरे को लड़ाकर सबपर राज करेंगे ।
ये रहा वर्तमान और भविष्य का विश्लेषण।
*********
अब वर्तमान सरकार को सुझाव अथवा निर्देश :-
हम केन्द्र सरकार की बात कर रहे हैं!
सरकार को भी यह ज्ञात है कि उसे वोट किसने दिया, क्यों दिया और कैसी छवि के चलते दिया ।
यदि सरकार के कुछ नेता अथवा मन्त्री या फिर पूरी सरकार उस छवि को अच्छी नहीं समझ रही है तो यह उसका भ्रम है।
यदि सरकार उस कारण को अन्तर्राष्ट्रीय बुराई मानती है तो आने वाले समय में इसे या तो विदेश भाग जाना होगा या फिर यहीं पर गुलाम बनकर रहना होगा।
जनता ने सरकार को जो अधिकार दिया है जो आदेश दिया है उससे वह मुँह नहीं मोड़ सकती। यदि वह जनता को झुठलाने-बरगलाने में अपना समय व्यर्थ करेगी तो भविष्य में उसका दण्ड सरकार सहित जनता को भी सहना पड़ेगा।
चन्द विपक्षी विरोधियों के भीड़ इकट्ठे हो जाने से, सड़क पर उतर जाने से, धरना देने तथा मिथ्यारोप लगाने से जो विशाल सरकार डर जाती हो, वो न तो विकास पर एकचित्त हो सकती है और न ही सुसाशन की कल्पना कर सकती है।
और अब अंत में एक कहावत भी याद आ रहा है,
।। कुत्ते भौंकते रह जाते हैं और हाथी दुम हिलाते चली जाती है।।
!!*!! इति !!*!! १४/०२/२०१६ !!*!!
।। आपका शुभचिंतक : अंगिरा प्रसाद मौर्य ।।
वीरों तुम्हें नमन करता हूँ,
चेत तुम्हें गगन भरता हूँ,
बलि को नहीं सहन करता हूँ,
मार्ग तुम्हारे नित चलता हूँ।
राष्ट्र-पूज्य के अधिकारी तुम,
राष्ट्र-ध्वजा के सहकारी तुम,
तुम ही भारत अधिकारी हो,
अनुपस्थिति-रुदन करता हूँ।
तुमने हम को खुशी दिया है,
हम तुमको क्या दे पाएँगे,
और नहीं कुछ मेरे बस में,
तुम्हें सतत नमन करता हूँ।
फिर आओ तुम वो विश्वासी,
साथ चलें हम भारतवासी,
पाक औ चीन ख़तम करना है,
पुनः उपज दमन करना है।
हमे नहीं एक क्षण की चिंता,
भारत-हृदय हमे बनना है,
फिर आओ तुम वो विश्वासी,
पुनः उपज दमन करना है।
"मौर्य" तुम्हारे साथ चलेंगे,
पहले अपने प्राण तजेंगे,
ऋण पूरा हमको करना है,
भारत-हृदय हमे बनना है।
यादों का मैं खनन करता हूँ,
अपवादों का दहन करता हूँ,
हमें सुरक्षित करने वालों,
तुम्हें सतत नमन करता हूँ,
नहीं कलम रोता है मेरा,
गर्व सदा अनुभव करता है,
भारतवीर कथाएँ लिखकर,
"मौर्य" सदा हँसकर रहता है।
देखा जग में राज्य बहुत मैं,
भारत जैसा राज्य नहीं है,
देश को अपनी माता कहते,
कहीं पे ऐसा साज्य नहीं है।
तुम्हें हृदय में मैं रखता हूँ,
सबमे तुम्हें चयन करता हूँ,
भारत माँ के वो रखवालों,
तुम्हें सतत नमन करता हूँ।
२६/०७/२०१४
~~~~~~~~~ अंगिरा प्रसाद मौर्या ।
!!*!! जय हिन्द !!*!! जय भारत !!*!!