शनिवार, 28 जून 2014

पहले अपने माता-पिता में भगवान देखें

उन धार्मिक विशेषज्ञों के लिए हम तो यही कहेंगे, जिन्हें साईं में भगवान दिखते हैं।
कि,
आपके लिए यदि भगवान से भी बड़ा कोई भगवान है, तो वह माँ बाप हैं। माता-पिता से बड़ा इस संसार में और कोई भगवान हो ही नहीं सकते।
हमारे लिए तो हमारे ईष्ट देव एवं सभी पूज्य देवों का स्थान माता-पिता से नीचे हो सकता है।
किन्तु किसी बाबा अथवा फ़क़ीर से हमारे ईश्वर का स्थान कभी नीचे नहीं हो सकता, क्योंकि दूसरे को जो छोटा बताने का प्रयास करता है सबसे पहले वह खुद छोटा होता है।

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जिस माँ-बाप ने हमें जन्म दिया और जिनकी तपस्या(बदौलत) से आज हम यहाँ हैं उनसे बड़ा और कोई भगवान हो ही नहीं सकते।
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हमारे माता-पिता भगवान/ईश्वर को स्वयं से इसलिए श्रेष्ठ बताते हैं क्योंकि उनके पिता जी के पिताजी के पिताजी के और भी बहुत पीछे चले जाइए के पिताजी के पिताजी भगवान ही हैं, परमपिता ही हैं, और ईश्वर को परमपिता इसीलिए कहा भी जाता है। और जब हमारे पिताजी के लिए जो पूज्यनीय हैं तो निःसंदेह हमारे लिए पूज्यनीय हैं।
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अब कोई हमारे ईष्ट देव अथवा पूज्य देवों की मूर्तियाँ साईं बाबा से नीचे रखकर, साईं बाबा को परमपिता घोषित करना चाहता है तो हम न सहमत थे, न सहमत हैं और भविष्य में भी सहमत नहीं हो सकते। हम साईंबाबा को एक बाबा कह सकते हैं भगवान नहीं।
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            ~~~ अंगिरा प्रसाद मौर्या ।

!!*!! जय हिन्द !!*!! जय भारत !!*!!

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