कुत्ते तो कुत्ते ही होते हैं, परन्तु इनमे भी दो प्रकार होते हैं:-
१. बहादुर अथवा सहनशील
२. डरपोक अथवा भौंकू
१. बहादुर कुत्ते :- यह एक विशेष प्रकार के कुत्ते होते हैं। यह गरजते ज्यादा हैं और भौकते कम हैं। इनकी वफादारी पर निबन्ध भी लिखे जाते हैं। यह कभी काटते नहीं पटक-पटक के मारते हैं। कुत्तों को इन्हीं से ख्याति भी प्राप्त है।
पर,
२. डरपोक अथवा भौंकू :- ये तो बिलकुल ही भ्रमित होते हैं। इन्हें गर्जना मालूम ही नहीं। ये सिर्फ भौकते हैं कि भौंकते ही रहते हैं, ये स्पर्धा में बहुत जाते हैं, और हारते ज्यादा हैं। कभी कोई कमजोर समूह मिलता है तभी ये जीत पाते हैं। यदि ये हारें नहीं तो इनका भौंकना बंद हो जायेगा, जो कि इनको बहुत ही प्रिय है। इनमे काटक और मारक क्षमता दोनों का ही अभाव होता है, जब किसी बहुत ही कमजोर को पाएंगे जो इनकी मात्रा में आधा के बराबर हो, तभी यह उसके सामने भौंकने की हिम्मत जुटा पाते हैं। अन्यथा यह छिपकर ही भौंकते हैं। कुत्ता प्रजाति को इन्हीं से व्याधि भी प्राप्त है।
।। इति कुत्तम ।।
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विशेष प्रार्थना:- कृपया कुत्तों के पहले अक्षर से किसी पार्टी अथवा दल की तुलना न करें /-
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~~~~~~~~~APM
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