शुक्रवार, 19 दिसंबर 2014

धिक्कार है

दुःख ! सज्जनों अथवा परिजनों के बाँटे जाते हैं दुश्मनों के नहीं !

भारत के सभी टीवी चैनल वाले और प्रसिद्ध लोग पाकिस्तान के दुःख में शोक मनारहे हैं, मानो भारत की राजधानी पाकिस्तान ही हो।
धिक्कार है ऐसी सोच और निर्मम भावनाओँ पर।
भारतवासी देश को माँ का स्थान देते हैं। और जो माँ का अपमान करता हो उसे भगवान बना देते हैं।
तूँ धन्य है विधाता,हैं धन्य तेरे मानव।

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