सोमवार, 1 अगस्त 2016

यूपी चुनाव

#उत्तरप्रदेश_चुनाव,

पूरे उत्तर प्रदेश में तीन पार्टियों #बीजेपी, #सपा और #बसपा के अतिरिक्त और कोई भी विजय नहीं प्राप्त कर सकता !

ऐसे में सभी लोगों से हमारा यही #निवेदन है कि आप अन्य सभी पार्टियों को छोड़ इन्ही तीनो पार्टियों पर ध्यान दीजिए।

हमने बसपा का शासन देखा इस शासन व्यवस्था में केवल #जातीय समीकरण ही चलते हैं। इसमें #गुंडाराज नहीं है। ये पैसों का #अपव्यय करने वाली पार्टी है। ये परिवारवादी नहीं #जातिवादी पार्टी है।

हम सपा का शासन देख ही रहे हैं। इसमें जातीय समीकरण चल रहा है, इसमें गुंडाराज है, ये पार्टी #सैफई #अपव्यय के नाम से प्रसिद्द है, यह पार्टी #परिवारवादी पार्टी है।

अब हमें भाजपा को देखना है, किसी समय में यह पार्टी #ब्राह्मणवादी हुआ करती थी! किन्तु अब इस पार्टी की #सूरत बदल गई है। अब इस पार्टी के #नायक #महानायक आदि लोगों में ब्राह्मणों की कमी आई है। यह पार्टी #राष्ट्रवादिता के नाम से #सुप्रसिद्ध है। इसमें जातीय समीकरण नहीं चलते हैं। यह एक #मानवतावादी पार्टी है।

#विशेष #टिप्पणी : यदि आप बसपा और सपा सरकार नहीं चाहते हैं तो आप छिटफुट पार्टियों से चिपकने के बजाय आप #भाजपा से ही चिपकिये। अन्यथा वही होगा जो आप नहीं चाहते हैं, अर्थात् एक बार पुनः आप "मुलायम सरकार को झेलने पर #विवश हो जायेंगे।

#गाँऊटी कहावतें : १. जब धन देखै जात, तब आधा लईले बाँट।

२.  न नौ नकद न तरेह उधार।

-------- अंगिरा प्रसाद मौर्य।
दिनाँक : ०२/०८/२०१६   #मौर्य

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