रविवार, 6 मार्च 2016

हमारा लक्ष्य कहाँ से कहाँ पहुँच गया है

हमारा लक्ष्य भविष्य होना चाहिए न कि क्रिकेट मैच !

हमारे भारत में जितनी बड़ी समस्या बेरोजगारी और प्राकृतिक आपदा से जूझना तथा निर्धनता है उसके सामने ग्यारह लोगों द्वारा खेले जाने वाले क्रिकेट की हार जीत कुछ भी नहीं है ।

पूरे राष्ट्र को ये सोचना पड़ेगा कि ये बेरोजगारी और दरिद्रता कैसे दूर होगी ! मात्र नेताओं के सोचने से कुछ नहीं होने वाला है।

कोई भी ये न सोचे कि आज उसकी आर्थिक स्थिति अच्छी है तो यथावत बनी रहेगी! यह मात्र एक भ्रम हो सकता है किन्तु इसमें सत्यता १% भी नहीं !

यदि हमारा समाज परिपक्व होगा धनवान होगा तो कल को हमारी लाठी अथवा हमारा सहारा बन सकता है किन्तु यदि समाज ही दरिद्र रहेगा तो एक दिन सब लोगों को ये दरिद्रता का रोग संक्रमित कर देगा !

#वन्दे_मातरम् !

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