सोमवार, 1 सितंबर 2014

पाकिस्तानी हिन्दू और पांडित्य

पांडित्य के चलते पाकिस्तान में आज भी हिन्दुओं में दलित वर्ग के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है।

भारत की स्थिति तो लगभग ठीक हो गई है। भारत के लोग अब जागरूक हो चुके हैं। किन्तु पाकिस्तान में रहने वाले हमारे सम्बन्धी कथित हिन्दुओं में आज भी कटुताओं का स्थान प्रबल है। छुआछूत प्रबल है।

पाकिस्तान में केवल मुसलमान ही नहीं अपितु कथित ऊँची जाति के हिन्दू भी अपने कथित दलित भाइयों को प्रताड़ित करते हैं। वहाँ पर भोजनालयों में नीची जाति के लोगों को या तो साथ में बर्तन(पात्र) लेकर जाना पड़ता है या फिर अलग कोने में रखे हुए बर्तनों में उनको खाना देकर सबसे अलग स्थान पर बैठाया जाता है और बाद में बर्तन धोकर जाने की बाध्यता भी है, किन्तु पैसे पूरे अदा करने पड़ते हैं।
विचारणीय यह है कि मुद्रा उतने ही अदा करने हैं तो घृणित स्थान क्यूँ ? व्यंग और ताने क्यूँ ? और फिर बर्तन क्यूँ धोएँ ?

लेकिन भारत का कोई भी पंडित जातिवादिता का खंडन नहीं करता। हमसे सम्बन्ध रखने वाले पाकिस्तानी हिन्दू भाइयों को कोई भी आश्वाशन नहीं देता कि अपने समुदाय के सभी लोग मिलजुलकर रहें एकता बनाएँ रखें।

आप समाचार पत्रों में रोज पढ़ते होंगे कि पाकिस्तानी हिन्दू भारत में शरण लेने प्रतिदिन यत्न-प्रयत्न कर रहे हैं, किन्तु भारत में उनके लिए कोई स्थान नहीं है। यहाँ कि कथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियाँ मुसलमानों को आरक्षण देने में परेशान हैं। और मानवों के लिए उनके हृदय में कोई स्थान नहीं है वे तो चाहते हैं कि हिन्दुओं की जनसंख्या कम हो और भारत भी इराक में परिवर्तित हो जाए। उन्हें अन्य लोगों से क्या लेना वे तो बस वोट के भूखे हैं।

यदि ऐसा ही ही चलता रहा तो पाकिस्तानी मुसलमान पहले दलित हिन्दुओं की संपत्ति लूटेंगे उसके बाद जब ऊँची जाति वालों की संख्या नगण्य हो जाएगी तब इनको भी छोड़ेंगे थोड़े ही लात मार के भगा देंगे।

पाकिस्तानी नेता बार बार भारतीय मुसलमानों की दुहाई गाते हैं कित्नु भारतीय नेता एक बार भी पाकिस्तानी प्रताड़ित हिन्दुओं के अधिकार हेतु पाकिस्तान को सचेत नहीं करते। यदि एक बार भी भारत सरकार पाकिस्तानी हिन्दुओं के अधिकार की बात कर दे तो वहाँ रह रहे हिन्दू पूरे साहस के साथ लड़कर अपने अधिकारों को छीन लेंगे। भगवाधारी दिन के सूर्य से सम्बन्ध रखते हैं ! रात्री के चाँद से नहीं। जब सूर्योदय होता है तब चाँद का पता भी नहीं लगता।

लेकिन भारतीय राजनीतिग्य ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि ऐसा कर देने से उनकी सेकुलरवादी छवि बिगड़ जाएगी।

ऐसा करने हेतु श्री योगी आदित्यनाथ जैसे भगवाधारियों की आवश्यकता है जो कहने में नहीं करने में विश्वास रखते हैं। भारत में ही नहीं पाकिस्तान से भी हिन्दुओं का अधिकार दिलाने की क्षमता वाला व्यक्ति ही भारत का प्रतिनिधि होना चाहिए।
WWW.indiasebharat.blogspot.com

भारतीय शुभचिन्तक - अंगिरा प्रसाद मौर्या।
इस जानकारी को इतना शेयर करें कि प्रधान मंत्री तक पहुँच पाए।

हिन्द हितार्थ जारी /-
वन्दे-मातरम !

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें